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    Naraz Shayari

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    आज मौसम भी कमबख्त खुशमिज़ाज है,

    क्या करे अब हमारा यार थोड़ा नाराज है।



    नाराज़ ना होना हमारी बेमतलब की शायरियों से क्योंकि,

    इन्ही हरकतों से हम हमेशा आपको याद आयेंगे।




    Naraz Shayari


    क्यों नाराज़ होते हो मेरी इन नादान हरकतों से,

    कुछ दिन की ज़िन्दगी है, फिर चले जाएंगे तुम्हारे इस जहाँ से





    तुम मेरी कल थी, 

    और मैं आज हो गया हूं |

    अब मैं मनाने नहीं आऊंगा, 

    क्योंकि मैं नाराज हो गया हूं।





    तुम खफा हो गए तो कोई ख़ुशी ना रहेगी

    तुम्हारे बिना चिरागो में रौशनी न रहेगी

    क्या कहे क्या गुज़रेगी इस दिल पर,

    ज़िंदा तो रहेंगे पर ज़िन्दगी ना रहेगी

    खता हो गयी तो फिर सजा सुना दो




    दल में इतना दर्द क्यों है वजह बता दो

    देर हो गई याद करने में ज़रूर,

    लेकिन तुमको भुला देंगे ये ख्याल मिटा दो





    बहुत उदास है कोई शख्स तेरे जाने से

    हो सके तो लौट के आजा किसी बहाने से

    तू लाख खफा हो पर एक बार तो देख ले

    कोई बिखर गया है तेरे रूठ जाने से




    हो सकता है हमने आपको कभी रुला दिया

    आपने तो दुनिया के कहने पे हमें भुला दिया

    हम तो वैसे भी अकेले थे इस दुनिया में

    क्या हुआ अगर आपने एहसास दिला दिया






    माना आजकल कम देता तुझे वक्त हूँ

    माना आजकल थोड़ा सा सख्त हूँ

    माना तेरा हाल नहीं पूछ पाता

    पर ये तुझसे कोई चोरी नहीं है

    बस ये समझ ले तेरे बिना मेरी राते पूरी नहीं है




    तेरी मोहब्बत की तालाब थी तो हाथ फैला दिए हमने

    वरना हम तो अपनी ज़िन्दगी के लिए भी दुआ नहीं मांगते



    कब तक रह पाओगे आखिर यूँ दूर हमसे,

    मिलना पड़ेगा कभी न कभी ज़रूर हमसे

    नज़रे चुराने वाले ये बेरुखी है कैसी..

    कह दो अगर हुआ है कोई कसूर हमसे



    तुम हँसते हो मुझे हंसाने के लिए

    तुम रोते हो मुझे रुलाने के लिए

    तुम एक बार रूठ कर तो देखो

    मर जाएंगे तुम्हे मनाने के लिए




    Narazgi Shayari



    याद रखना भी बहुत हिम्मत का काम है

    क्यूंकि किसी को भुला देना आजकल बहुत आम बात है




    कितना करीब थी तू मेरे जैसे सांसो में समायी हो,

    एक दम से कैसे कह दिया कि तुम मुझे भूल जाओ

    उस पल ऐसे लगा जैसे मेरी मौत आयी हो




    Narazgi Shayari


    तू क्यों दूर है इतना मुझसे, तुझे चाहता हूँ मैं

    पूरे दिल से सुन ले मेरी आरज़ू

    तू ही मेरी जान है, तू ही सारा जहाँ है




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